Bihar Jamin Servey 2022 (बिहार जमीन सर्वे) : राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की तरफ से एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था। जिसमे बताया गया था की बिहार में 1 फरवरी से जमीन सर्वे (jamin servey) किया जाएगा। यह सर्वे दो चरण में पूरा किया जाएगा। जिसके लिए की शिविर लगाए जाएंगे।
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बिहार जमीन सर्वे 2022 | bihar jamin survey 2022
- बिहार के 38 जिलों में चल रहा है सर्वे।
- 25 गाँव पर किया गया है एक शिविर का गठन।
- 8 जिलों में दो चरण में की जायेगी सर्वे।
बिहार में जमीन सर्वे करने का पहले चरण का काम शुरू कर दिया गया है लेकिन बिस दिन बिट चुके है परन्तु अभी तक पहले चरण का सर्वे काम पूरा नहीं किया जा सका है। इतना ही नहीं पहले चरण का काम पूरा नहीं होने के बावजूद दूसरे चरण का सर्वे किये जाने की घोषणा कर दी गयी है। जिसमे कुल 18 जिलों में सर्वे का काम पूरा किया जाना है।
जमीन सर्वे के दौरान आपको कुछ जरुरी बातो का ध्यान रखना है जिससे आपके साथ किसी तरह का कोई धोखाधड़ी ना हो। जो जमीन सर्वे किया जायेगा उसमे बिहार सरकार की ओर से राजस्व कर्मियों, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनी सलाहकार और अमीन रहेंगे। सर्वे का काम शिविर लगाकर किया जायेगा।
पहले चरण का बिहार जमीन सर्वे
अररिया अरवल कटिहार किशनगंज खगड़िया जमुई शिवहर शेखपुरा सहरसा सीतामढ़ी | जहानाबाद नालंदा चंपारण पूर्णिया बांका बेगूसराय मधेपुरा मुंगेर लखीसराय सुपौल |
पहले चरण में 20 जिले में काम पहले से जारी है।अब दूसरे चरण में नए अंचलों में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू किया गया है। पहले चरण के उन शिविरों में अभी नये अंचलों के सर्वे का कागजी काम चल रहा है।खतियान लिखने के साथ जमीन पर उतरने के पहले की जानी वाली तैयारी चल रही है। बरसात हो जाने के कारण पहले चरण का सर्वे करने में देर की गयी। बरसात के बाद जमीन पर सर्वे करने का फैसला हुआ है। निदेशालय का प्रयास है कि उसके पहले कागज पर होने वाले सभी काम पूरा कर लिये जाएं।
दूसरे चरण में बिहार के इन जिलों में किया जाएगा जमीन सर्वे
पटना भागलपुर गया मुज्जफरपुर भोजपुर सारण दरभंगा औरंगाबाद कैमूर | वैशाली रोहतास पूर्वी चम्पारण मधुबनी समस्तीपुर सिवान गोपालगंज नवादा बक्सर |
दूसरे चरण के इन 18 जिलों में सर्वे शुरू किया गया है ,जिनके 100 अंचलों में प्रथम चरण में सर्वेक्षण का काम होगा। जिसमे से 50 अंचल उत्तर बिहार के हैं और 50 अंचल दक्षिण बिहार के है। सभी 100 अंचल मिलाकर कुल 5100 मौजे को शामिल किया गया है, जिसके लिए 196 शिविर बनाये जाएंगे। बाकि के शेष 214 अंचलों में दूसरे चरण में भूमि सर्वेक्षण का काम पूरा किया जाएगा।
बिहार के सभी अंचलो में शुरू किया गया जमीन सर्वे
जमीन सर्वे का काम बिहार में शुरू किया जा चूका है, जिसके अंतरगर्त सभी अंचलों में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू हो गया है। ये अंचल उन बाकि के 90 अंचलों के अतिरिक्त हैं जहां वर्तमान में भूमि सर्वेक्षण का काम पहले से जारी है। इसके साथ ही सूबे में सर्वेक्षण का दायरा 220 अंचलों में विस्तारित हो किया जा चूका है। साथ ही भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने इन नये अंचलों में जमीन सर्वे के करने के लिए शिविरों का गठन कर लिया है। प्रत्येक शिविर में 20-25 राजस्व गांवों को रखा गया है। शिविर भूमि सर्वेक्षण की सबसे प्राथमिक एवं अनिवार्य प्रशासनिक इकाई हैं, जहां बैठकर सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो और अमीन जैसे सर्वेक्षण कर्मी भूमि सर्वेक्षण के काम को पूरा करते हैं।
बिहार जमीन सर्वे 2022 कराने की प्रक्रिया
बिहार का जमीन सर्वे 2022 के पहले पड़ाव में जमीन का हवाई फोटोग्राफी किया जायेगा। जिसके बाद इस हवाई फोटोग्राफी मैपिंग के आधार पर जमीन की सही स्थिति के आकलन के लिए अमीन द्वारा सभी जमीन स्थल का निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण करने के उपरान्त अमीन द्वारा सभी जमीन का प्लाट नंबर देकर एजेंसी को भेज जाएगा। जिसके आधार पर डिजिटल नक्शा प्रकाशित किया जाएगा।
इस बार के बिहार जमीन सर्वे में जिस भी जमीं का सर्वे किया जाएगा उसका चार कॉपी तैयार किया जायेगा। जिसमें एक कॉपी रैयत को, दूसरा अंचलाधिकारी को ,तीसरा जिलाधिकारी और चौथा भू अभिलेख विभाग निदेशालय के पास सुरक्षित रहेगा। सर्वे के बाद जमीन के खतियान की हार्ड कॉपी और डिजिटल कॉपी भी तैयार की जायेगी। और डिजिटल कॉपी हर खरीद बिक्री के बाद जमीन का खतियान बदलता रहेगा।
इस सर्वे के बाद फर्जी खरीद बिक्री को रोका जा सकेगा और फर्जीवाड़ा नहीं हो पायेगा। क्योंकि इससे जमीन के वास्तविक मालिक का तुरंत पता लग जाएगा।
जमीन का सर्वे होने के बाद डिजिटल नक्शा जारी किया जाएगा , जिसके आधार पर लोगो से आपत्ति मांगी जायेगी जिसमे अगर कोई गड़बड़ी है तो सुधार करवा सकते हैं। इसके बाद दुबारा नक्शा जारी किया जाएगा। इसके बाद पुनः नक़्शे का सत्यापन करवाने के बाद फाइनल स्तर पर नक्शा जारी कर दिया जाएगा। इस नक्शा को फाइनल स्तर पर जारी होने के बाद किसी भी तरह का सुधार नहीं किया जा सकेगा।
बिहार जमीन सर्वे 2022 के दौरान इन बातो का रखें विशेष ध्यान
जब बिहार जमीन का सर्वे किया जाएगा तो इन बातो का विशेष रूप से ध्यान रखें।
- सर्वे के समय जमीन मालिक खुद से मौजूद रहे क्योकि समाज में ऐसे भी लोग है जो कुछ इधर उधर कर सकते है।
- दादा, प्रदादा या पुस्तैनी जमीन है तो उसका खतियान या कोई भी सबुत जो आपके जमीन मालिक होने को साबित करता हो।
- दादा, प्रदादा या पुस्तैनी जमीन हो तो वंशावली या वंशावली प्रमाण पत्र तैयार रखे।
- अगर जमीन खुद से खरीदा है तो केवाला का फोटो कॉपी तैयार रखे।
- जमीन पर विवाद के बाद न्यायालय द्वारा जमीन आपको दिया गया है तो कोर्ट आर्डर का कॉपी तैयार रखे।
- बटवारा का जमीन होने पर बटवारा का कागजात या बटवारे का पंचनामा तैयार रखे।
Note:- जमीन का सर्वे शिविर लगा कर किया जायेगा जिसमे लोगो को अपने जमीन को नाम के साथ सर्वे में जोड़ने के लिए प्रपत्र-2 भर कर देना होगा जिसमें रैयत (जमीन मालिक) को अपनी जमीन का ब्योरा भर, मालिकाना साबुत जैसे की खतियान, दस्तावेज, इत्यादि के साथ शिविर प्रभारी को देना है और शिविर प्रभारी से पावती रसीद प्राप्त कर लेनी हैं।
बिहार जमीन सर्वे 2022 के महत्वपूर्ण फॉर्म डाउनलोड लिंक
बिहार जमीन सर्वे 2022 Helpline Number
भ्रष्टाचार पर रोक लगाने एवं लोगों के सुझावों को आमंत्रित करने के लिए बिहार सरकार ने Bihar land survey helpline नंबर जारी की हैं। लैंडलाइन नंबर – 06 12 – 22 80012 व Whatsapp Number – 6299923536 जारी किया गया है। इन नंबरों पर फोन करके कोई भी रैयत भूसर्वेक्षण के संबंध में कोई शिकायत, सुझाव, विचार को साझा कर सकता है।